शामली। शुक्रवार को सिखों के प्रथम गुरु गुरु नानक देव जी का प्रकाशोत्सव हर्षाेल्लास से मनाया गया। इस मौके पर धीमानपुरा स्थित गुरुद्वारा में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। गुरुद्वारा में शबद-कीर्तन और गुरुवाणी का पाठ किया गया। बाद में अखंड लंगर का आयोजन हुआ जिसमें बडी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया।
जानकारी के अनुसार शुक्रवार को सिखों के प्रथम गुरु गुरु नानकदेव जी का प्रकाशोत्सव धूमधाम एवं उल्लास के साथ मनाया गया। इस मौके पर शहर के धीमानपुरा स्थित गुरुद्वारा में श्री गुरु सिंह सभा की ओर से कार्यक्रम का आयोजन किया गया। अमृतसर से आए नवदीप सिंह एवं हरमीत सिंह ने शबद-कीर्तन और गुरुवाणी का पाठ कर गुरु की महिमा का गुणगान किया। रागी जत्थों ने सिखों के गुरु नानक देव के गौरवशाली इतिहास और उनके सिद्धांतों पर चलने का आह्वान किया। उन्होंने बताया कि गुरु नानकदेव जी का प्रकाश 1469 को तलवडी ननकाना साहिब में हुआ था। गुरुजी ने लोगों को सही मार्ग दिखाकर जागत में पाप रूपी अंधकार मिटाकर प्रकाश ही प्रकाश फैला दिया। वहीं कथावाचक मनविन्द्र सिंह व शमशेर सिंह ने संगतों को निहाल किया। बतौर मुख्य अतिथि एडीएम संतोष कुमार सिंह कार्यक्रम में शामिल हुए। श्री गुरुद्वारा प्रबंधक समिति की तरफ से एडीएम संतोष कुमार सिंह को पटका ओढ़ाकर स्मृति चिह्नि देकर सम्मानित किया गया।
एडीएम ने गुरुनानक देव के जन्मोत्सव पर प्रकाश डालता। साथ ही सिखों के गौरव शाली इतिहास और बलिदान की चर्चा की। इस मौके पर विशाल लंगर हुआ, जिसमें शामली, बाबरी, मुंडेट सिभालका, जलालाबाद, थानाभवन आदि की संगतों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम में सरदार अर्जुन सिंह, सरदार जगजीत सिंह, राजदीप सिंह, डा. हरदीप सिंह, जीतसिंह, सतनाम सिंह, राजेन्द्र पाल सिंह, गुरजीत सिंह बेदी, प्रमेन्द्र सिंह सहित बडी संख्या में श्रद्धालु महिलाएं, पुरुष भी मौजूद रहे।