मुजफ्फरनगर। गौतमबुद्ध नगर में भूमि अधिग्रहण को लेकर चल रहे आंदोलन के दौरान पुलिस द्वारा दलित प्रेरणा स्थल से किसानों की गिरफ्तारी को लेकर बुधवार को भाकियू का दल बल जनपद से रवाना हुआ। जनपद के बार्डर खतौली के भंगेला में रोकने की जद्दोजहद के बीच भाकियू कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए नोएडा के लिए रवाना हुए। यहां पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों ने रवाना हो रहे भाकियू कार्यकर्ताओं को रोकने का असफल प्रयास किया, पर कार्यकर्ता रोके से नहीं रूके।
बताते चलें कि गौतमबुद्ध नगर में किसानों की गिरफ्तारी के विरोध में भारतीय किसान यूनियन में रोष चल रहा था। इस संबंध में मंगलवार को भाकियू की राजधानी सिसौली में आपातकालीन पंचायत का आयोजन भी किया गया था। यहां भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने घोषण की थी कि गौतमबु(नगर में भूमि अधिग्रहण को लेकर चल रहे आंदोलन के दौरान पुलिस द्वारा दलित प्रेरणा स्थल से किसानों की गिरफ्तारी ने किसानों को आक्रोशित कर दिया था। नरेश टिकैत ने इस घटना को तानाशाही करार देते हुए कहा था कि सरकार ने किसानों की आवाज को दबाने की कोशिश की है, लेकिन इसे सफल नहीं होने दिया जायेगा। पंचायत में निर्णय लिया गया था कि बुधवार सुबह हजारों किसान नोएडा के लिए कूच करेंगे। इसी ऐलान को साकार करते हुए बुधवार को भाकियू कार्यकर्ता जिले से एकजुट होकर सुबह रवाना हुए। उन्होंने एकजुट होकर जैसे ही नोएडा की ओर कूच की तो जिले के पुलिस-प्रशासन ने मेरठ-मुजफ्फरनगर बार्डर भंगेला पर नाकाबंदी करने की कोशिश की। खतौली एसडीएम मोनालिसा जौहरी, सीओ रामाशीष यादव, प्रभारी निरीक्षक बृजेश कुमार शर्मा, तहसीलदार श्रद्धा गुप्ता पुलिस बल के साथ सुबह ही भंगेला चैक पोस्ट पर पहुंच गये थे।
जैसे ही यहां भाकियू के कार्यकर्ता कारों व ट्रैक्टरों के साथ यहां पहुंचने शुरू हुए वैसे ही पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों द्वारा इन्हें रोकने का प्रयास शुरू हो गया। अधिकारी भी जानते थे कि भाकियू की भीड़ को रोकना असंभव है, लेकिन आला अधिकारियों के आदेश के अनुपालन में स्थानीय अधिकारियों द्वारा प्रयास किया गया। जद्दोजहद के बीच रोकने प्रयास असफल हो गये। भाकियू के हजारों कार्यकर्ता पुलिस को धकेलते हुए नोएडा के लिये रवाना हो गये। इस दौरान भाकियू के जिलाध्यक्ष नवीन राठी समेत अधिकांश पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।